इलाहाबाद बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक को विलय की सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। जिन बैंकों में इनका विलय होना है उनके पास भी वित्त मंत्रालय से आदेश आ चुका है। पंजाब नेशनल बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को 13 नवंबर को आदेश मिला है, जबकि इंडियन बैंक को 20 नवंबर को आदेश मिला।
स्थानीय अफसरों ने बताया कि विलय की प्रक्रिया की शुरुआत अब होगी। इसमें सबसे पहले जिन बैंकों का विलय होना है, उनका सर्वे होगा। सरकार की ओर से अगस्त में सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों का विलय कर चार बैंक बनाने की घोषणा की गई थी।
मुख्य बैंकों से मांगा गया ब्योरा
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रमुख गुनानंद गामी ने बताया कि विलय के लिए आदेश 13 नवंबर को आ चुका है। विलय के लिए बैंकों की कमेटी का भी गठन हो चुका है। यूनियन बैंक में आंध्रा और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय होना है। ऐसे में इन दोनों बैंकों की सभी शाखाओं का अलग- अलग व्यवसाय, ग्राहकों की संख्या, एटीएम की संख्या की रिपोर्ट भेजनी है।
पीएनबी के मंडल कार्यालय के मुख्य प्रबंधक यशोदानंद पांडेय ने बताया कि सर्वे का कार्य जल्द शुरू होगा। पीएनबी में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का विलय होना है। इसके लिए बोर्ड की बैठक हो चुकी है। विलय में इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि ग्राहकों को कोई तकलीफ न हो।
इंडियन बैंक के मुख्य प्रबंधक जितेंद्र कुमार ने बताया कि इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का विलय होना है। इंडियन बैंक के लिए सर्वे का कार्य थोड़ा आसान इसलिए है कि दोनों बैंकों का कार्य एक ही सॉफ्टवेयर पर होता है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि ग्राहकों को ज्यादा मुश्किल नहीं होगी।