लालकिले में 01 दिसंबर को होगा गीता प्रेरणा महोत्सव, देशभर से 18 हजार युवा होंगे शामिल

नई दिल्ली | आगामी एक दिसंबर को गीता प्रेरणा महोत्सव का आयोजन दिल्ली के लाल किला मैदान में किया जा रहा है। स्वामी ज्ञानानंद के आध्यात्मिक नेतृत्व में हो रहे विशाल महोत्सव में सर संघचालक मोहन भागवत, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, रमेश पोखरियाल निशंक, स्वामी अवधेशानंद भी शामिल होंगे। समरस संस्कारित गीतमय भारत के संदेश के साथ 22 नवंबर शुक्रवार को कार्यक्रम के लिए भूमि पूजन किया गया।


इस मौके पर स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि गीता का केवल आध्यात्मिक महत्व ही नहीं है बल्कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अद्भुत प्रयोग का संदेश इसमे समाहित है।


गीता में 18 अध्याय हैं। इसलिए कार्यक्रम की रूपरेखा ऐसे बनाई गई है कि इसमें देश के अलग-अलग हिस्सों से 18 हजार युवा, 1800 ब्यूरोक्रेट, 1800 व्यापारी और 1800 डॉक्टर व वकील सहित विभिन्न समूह के लोग शामिल होंगे।


स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि गीता का हर अध्याय जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को प्रेरणा देता है। यह जीवन पद्धति का हिस्सा है। स्कूली शिक्षा से लेकर कामकाज तक जीवन के हर चरण में गीता का अमर संदेश प्रेरित करता है। पीछे न हटने, आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता है। जिओ गीता अभियान के माध्यम से देशभर में पहले से वृहद स्तर पर कार्यक्रम चल रहे हैं। करोड़ो लोग इस अभियान से जुड़े हैं।


स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि गीता ज्ञान का गीत है। यह विश्व कल्याण का गीत बने, ये हमारी कामना है। हमें हर घर में गीता को पहुंचाना है। उन्होंंने कहा कि भगवत गीता एक आईना है, जो हमें सही-गलत संस्कार का आभास कराती है। विचलित क्षणों में गीता का स्मरण करने से हर कार्य आसानी से पूरा हो जाता है। यह इसलिए संभव होता है क्योंकि इसका प्रभाव हमारी आंतरिक शक्तियों को सकारात्मक रूप से सक्रिय बनाता है।


स्वामी जी ने कहा कि गीता मानव मूल्यों पर आधारित एक पवित्र ग्रंथ है। इसमें हर जाति, पंथ, सम्प्रदाय के लिए संदेश है। क्योंकि इसका हर अध्याय जीवन जीने की कला बताता है। इसलिए गीता प्रेरणा महोत्सव 18 अध्याय की थीम पर आयोजित किया जा रहा है।