प्रयागराज में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय खोलने जा रही है। झलवा प्रयागराज में 25 एकड़ जमीन पर इस विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी बंगलुरु की तर्ज पर इसे खोला जाएगा। न्याय विभाग ने इसके लिए प्रस्त्ताव तैयार कर लिया है। कैबिनेट से जल्द मंजूरी की तैयारी है।
इस विश्वविद्यालय को खोलने का मुख्य मकसद विधि के क्षेत्र में पढ़ाई के लिए इच्छुक उत्तर प्रदेश के साथ देशभर के छात्र-छात्राओं को बेहतर स्थान उपलब्ध कराना है। इसमें डिप्लोमा और डिग्री पाठ्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके साथ न्यायिक व अन्य विधि सेवाएं, विधि निर्माण, विधि सुधार के क्षेत्र में छात्रों को शोध की सुविधा होगी। व्यावसायिक शिक्षा और न्यायिक पदाधिकारियों व अन्य व्यक्तियों को विधि क्षेत्र में प्रशिक्षण देने की व्यवस्था भी होगी। पुरातन धर्मग्रंथ एवं भारत की पुरातन न्यायिक व्यवस्था पर शोध की व्यवस्था भी होगी।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इस विश्वविद्यालय के कुलाध्यक्ष होंगे। हाईकोर्ट इलाहाबाद के मुख्य न्यायाधीश विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होंगे। कुलाधिपति ही विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति करेगा। विश्वविद्यालय में महापरिषद, कार्य परिषद, शैक्षिक परिषद और वित्तीय समिति का गठन होगा। महापरिषद को विश्वविद्यालय के बारे में फैसला लेने का सर्वोच्च अधिकार होगा। विश्वविद्यालय में कुलपति, कुल सचिव, वित्त अधिकारी, परीक्षा नियंत्रक और ऐसे अधिकारी रखे जाएंगे जिसके लिए नियम में व्यवस्था होगी। सामान्य परिषद में विधि मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री, महान्यायवादी, सचिव कानून एवं विधिक मामलों के विभाग के अधिकारी, सचिव उच्च शिक्षा, सचिव वित्त, सभापति राज्य विधिज्ञ परिषद सदस्य होंगे।