क्लाइव रोड व म्योररोड स्थित बंगला नम्बर 23 व 19 आर नसीबपुर बख्तियारी(सागरपेशा बस्ती) में रह रहे करीब एक हजार लोग बेघर होने की अंदेशा से सहमे व परेशान है। उनका कहना है कि सरकार ने पूर्व में फ्री होल्ड भूमि देने के लिए सर्किल रेट का 25 फीसदी जमा भी करवाया था, लेकिन जमीन फ्री होल्ड नहीं की गई। यह दर्द सिर्फ सागरपेशा बस्ती की नहीं बल्कि उन अन्य 17 स्थानों के है जहां हजारों लोग गुजर बसर कर रहे हैं।
बंगला नम्बर 23 व 19 में करीब दो सौ परिवार रहते हैं। इन घरों में एक हजार लोग रह रहे हैं। अभी हाल में नजूल की जमीन खाली कराने का आदेश हाईकोर्ट ने दिया है तब से यहां रह रहे लोग परेशान हैं। दयानंद मार्ग पर खाली कराई गई जमीन के बाद ऐसे लोग दहशत में है। उनका कहना है कि छोटे-छोटे बच्चों को लेकर कहां जाए। करीब बीस साल पहले सरकार ने स्कीम के तहत नजूल की जमीन को फ्री होल्ड करने की बात कही थी। कई लोगों ने फ्री होल्ड के लिए 25 फीसदी रकम भी जमा कर दी थी, लेकिन जमीन फ्री होल्ड नहीं की और न ही उनका पैसा वापस किया गया। वह हाऊस टैक्स के साथ सभी तरह के कर देते हैं। इसी तरह आनापुर कोठी में रह रही बुजुर्ग कुमुद सिंह ने बताया कि उन्होंने फ्री होल्ड के लिए 25 फीसदी रकम जमा किया गया था। इस परिसर में तीन सौ से ज्यादा लोग रहते हैं। अगर सभी को हटा दिया जाएगा कि वह बेघर हो जाएंगे और उनके लिए रोजीरोटी भी संकट होगा। सरकार को इस बारे में ध्यान रखना चाहिए।